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बिजली बिल बांटे नहीं, अब वसूल रहे पैनल्टी

उपभोक्ताओं का आरोप : गलती निगम की तो हम क्यों भुगतें जुर्माना 
जोधपुर डिस्कॉम ने नवंबर २०१३ के बिजली बिल बांटे नहीं, इससे हम राशि जमा नहीं करवा पाए अब जनवरी २०१४ के बिल में पिछला बकाया जुर्माना राशि सहित जोड़कर बिल थमा दिया। यह आरोप है जिले के बिजली उपभोक्ताओं का। उपभोक्ता इसका विरोध कर रहे हैं, लेकिन उनकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है। उनका कहना है कि गलती निगम अधिकारियों की है तो हम इसका हर्जाना क्यों भुगतें? उधर विद्युत निगम कार्यालय के अधिकारी और उनके रवैये को लेकर लोग परेशान हंै। आलम ये है कि आए दिन पचास से अधिक उपभोक्ता शिकायतें लेकर निगम कार्यालय पहुंच रहे हंै, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। मजबूरन उपभोक्ताओं को पैनल्टी भुगतनी पड़ रही है। जंक्शन के रामकिशन गोयल ने बताया कि निगम ने जनवरी २०१४ का जो बिजली बिल जारी किया है, उसमें पिछले दो महीनों का बकाया व पैनल्टी राशि शामिल कर दी, जबकि उन्हें जनवरी से पहले वाला बिल भिजवाया ही नहीं। हमारी कोई गलती नहीं है, फिर भी पैनल्टी भुगतने को मजबूर होना पड़ रहा है। अधिकारियों की अनदेखी के चलते अब चार महीनों की एक साथ बिल राशि जमा करवाने में परेशानी हो रही है। 
जोधपुर डिस्कॉम ने हनुमानगढ़ जिले के छह सब डिवीजनों को ऑनलाइन किया है। इस दौरान बिजली बिल छपाने का काम स्थानीय स्तर पर शुरू किया गया। इसके लिए एसई कार्यालय में एक प्रिंटर लगाया गया है। इससे पहले बिजली बिल जोधपुर में छापे गए। ऐसे में अधिकांश उपभोक्ताओं के पास नवंबर २०१३ के बिल नहीं पहुंचे। जब उपभोक्ता निगम कार्यालय में बिल लेने गए तो जवाब मिला कि इस बार के बिल लेट आएंगे। इसके बाद निगम ने चार महीनों की बिल राशि एक साथ जोड़कर उपभोक्ताओं को एक फरवरी को बिल दे दिए। इन बिलों में पिछले बिल की राशि को पैनल्टी सहित बकाया में दर्ज कर दी। इन बिलों को भरने की अंतिम तिथि १४ फरवरी है। 

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