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कवि सम्मेलन में कवियों ने जमाया रंग

पीलीबंगा प्रैस क्लब के तत्वावधान में मंगलवार रात पंजाब पैलेस में श्रीकृष्ण राजपुरोहित व अनिल जोशी की स्मृति में कवि सम्मेलन हुआ। इसमें कवियों ने हास्य, वीर रस व चुटकलों सहित एक से बढ़कर एक रचनाएं प्रस्तुत कीं। कवि डॉ. संदेश त्यागी ने 'जो थे जितने बड़े जुगाड़ू, उन लोगों पर फिर गई झाड़ू' हास्य कविता प्रस्तुत कर राजनीति पर करारा व्यंग्य किया। सुरेश 'सन्नाटा' ने 'वो दौलत क्या मिलेगी दुनिया के किसी खजाने में, जो मिलती है मां-बाप के पांव दबाने से' कविता सुनाकर लोगों को मां-बाप का सत्कार करने का संदेश दिया। हास्य कवि कमलेश दवे ने 'चश्मा', 'कंप्यूटर', 'कुंवारा' व राजनीति पर हास्य रस की कविताएं सुनाईं। सुरेंद्र सुंदरम् ने 'दम घुट जाता है जनता का' कविता सुनाकर राजनेताओं पर करारा व्यंग्य किया। हास्य कवि रूपङ्क्षसह राजपुरी ने चुटकुले सुनाकर सबको गुदगुदाया जबकि कवि राणा राजस्थानी व सुमन बहार नेगीतों से समां बांध दिया। अरूण शहरिया ने 'दर्द को होठों में चुपचाप भींच लाया हूं' कविताएं सुनाकर दर्शकों की वाहवाही लूटी। राष्ट्रीय कवि ओमपालसिंह 'निडर' ने 'एक देशभक्त यहां महाराणा प्रताप हुए' वीररस की कविता सुनाकर लोगों को देशभक्ति का संदेश दिया। अंत में कवियों व अतिथियों को सम्मानित किया गया। मुख्यातिथि तहसीलदार नरेश जोशी, विशिष्ट अतिथि व्यापार मंडल अध्यक्ष हनुमानप्रसाद जैन, बीएसएफ कमांडेंट राजकुमार अरोड़ा आदि थे। 

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