पीलीबंगा | गुरुओं का ज्ञान हमेशा मन में सहेज के रखना चाहिए। यह विचार निरंकारी मिशन की प्रबुद्ध विचारक बहन सुषमा सुखीजा (दिल्ली) ने गुरुवार को संत निरंकारी भवन में आयोजित संत समागम में साध-संगत को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि सच्चा गुरु दुनिया के सामने सद्गुरु का ज्ञान देता है। यदि कोई संतों के वचनों को एकाग्रचित होकर अपने जीवन में उतारता है तो उसके मन को शांति मिलती है। उन्होंने कहा कि यदि कोई गलती मनुष्य से हो जाए तो वह सद गुरु के साथ-साथ इंसान से भी क्षमा मांगने से नहीं चूके। तभी मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। इस अवसर पर दिल्ली से पधारे संत जेके सुखीजा, संत अमरचंद, बहन हरजीत कौर, समता आहूजा व साधुराम निरंकारी सहित कई संतों ने भी संबोधित किया। समागम में डबली व गोलूवाला सहित आसपास के गांवों से मिशन के अनुयायियों ने भाग लिया। इस दौरान गोरखनाथ सलूजा परिवार की ओर से लंगर बरताया गया। |
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