दूषित पानी पीने को मजबूर !
पीलीबंगा। जलदाय विभाग की उदासीनता के चलते लखासर पंचायत के तीन चकों के ग्रामीण पेयजल
संकट से जूझ रहे हैं। चक 21 एमओडी के वाटरवर्क्स की बदहाल स्थिति के कारण चक 21 एमओडी,
23 एमओडी ए व बी के करीब तीन सौ घरों के लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।
वाटरवर्क्स में फिल्टर का निर्माण तो हो चुका लेकिन इसे अब तक शुरू नहीं किया गया है। जबकि पंप
हाउस क्षतिग्रस्त है तथा मोटर के लिए लगा मीटर लंबे समय से खराब है।
इन हालात के चलते शुद्ध जल ग्रामीणों के लिए एक सपना बन गया है।युवक कांग्रेस के पीलीबंगा
विधानसभा क्षेत्र उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रजीतसिंह व ग्रामीण विक्रम सिंह तथा रामप्रताप खीचड ने बताया कि
जल योजना के तहत यहां वाटरवर्क्स में 46 लाख रूपए खर्च होने थे। राशि मंजूर हुुए एक वर्ष बीत
चुका है लेकिन अब तक एक डिग्गी ही बन सकी है। संबंघित ठेकेदार ने काम बीच में ही छोड दिया।
इससे चक 21 एमओडी से 23 एमओडी बी तक बिछाने के लिए लाई गई पाइप लाइन अभी तक नहीं
ंबिछी है। वाटरवर्क्स की चारदीवारी नहीं होने व विभाग की अनदेखी के कारण पाइप चोरी हो रही है।
वाटरवर्क्स में कर्मचारी आवास नहीं होने के कारण भी कई परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
ठेकेदार प्रतिबंघित
काम में लापरवाही के कारण ठेकेदार को प्रतिबंघित कर दिया गया है। इसलिए कार्य रूका हुआ है। अब
पुन: टैंडर किए जा रहे हैं। एक माह में कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।- रामप्रताप, कनिष्ठ अभियंता
जलदाय विभाग गोलूवाला।
संकट से जूझ रहे हैं। चक 21 एमओडी के वाटरवर्क्स की बदहाल स्थिति के कारण चक 21 एमओडी,
23 एमओडी ए व बी के करीब तीन सौ घरों के लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।
वाटरवर्क्स में फिल्टर का निर्माण तो हो चुका लेकिन इसे अब तक शुरू नहीं किया गया है। जबकि पंप
हाउस क्षतिग्रस्त है तथा मोटर के लिए लगा मीटर लंबे समय से खराब है।
इन हालात के चलते शुद्ध जल ग्रामीणों के लिए एक सपना बन गया है।युवक कांग्रेस के पीलीबंगा
विधानसभा क्षेत्र उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रजीतसिंह व ग्रामीण विक्रम सिंह तथा रामप्रताप खीचड ने बताया कि
जल योजना के तहत यहां वाटरवर्क्स में 46 लाख रूपए खर्च होने थे। राशि मंजूर हुुए एक वर्ष बीत
चुका है लेकिन अब तक एक डिग्गी ही बन सकी है। संबंघित ठेकेदार ने काम बीच में ही छोड दिया।
इससे चक 21 एमओडी से 23 एमओडी बी तक बिछाने के लिए लाई गई पाइप लाइन अभी तक नहीं
ंबिछी है। वाटरवर्क्स की चारदीवारी नहीं होने व विभाग की अनदेखी के कारण पाइप चोरी हो रही है।
वाटरवर्क्स में कर्मचारी आवास नहीं होने के कारण भी कई परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
ठेकेदार प्रतिबंघित
काम में लापरवाही के कारण ठेकेदार को प्रतिबंघित कर दिया गया है। इसलिए कार्य रूका हुआ है। अब
पुन: टैंडर किए जा रहे हैं। एक माह में कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।- रामप्रताप, कनिष्ठ अभियंता
जलदाय विभाग गोलूवाला।
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